आज हिंदी साहित्यकार श्री सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की पुण्यतिथि
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना नई कविता के आंदोलन के प्रमुख कवि एवं पत्रकार थे । उनकी कविताएँ ' तीसरा सप्तक ' में संकलित है । सक्सेना जी ' दिनमान ' तथा बाल पत्रिका ' पराग ' के लिए काम किया ।
उन्होने उस समय पत्रकारिता के क्षेत्र में उपस्थित चुनौतियों को समझा एवं सामाजिक चेतना लाने के लिए महत्वपूर्ण प्रचास किया ।सक्सेना जी मानते थे कि जिस देश के पास समृद्ध बाल साहित्य नहीं है, उसका भविष्य उज्ज्वल नहीं रह सकता ।
रचनाएँ : कविता- एक, कविता- दो, कुआनो नदी, जंगल का दर्द, खूंटियों पर टंगे लोग, काठ की घंटियां (कविता संग्रह),बकरी(नाटक), बतूता का जूता (बाल कविताएँ)
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